हजारोँ ऐब हैँ मुझमे ,मुझे मालूम है , लेकिन कोई इक शख्स है ऐसा , मुझे "अनमोल" कहता है ।
अगर भीगने का इतना ही शौक है , तो देख मेरी आँखोँ मेँ ।
बारिश तो सब के लिए बरसती है , पर ये आँखेँ सिरफ तुम्हारे लिए बरसती हैँ
खुद को समझे वो लाख मुकम्मल शायद , मुझको लगता है वो शख्स अधूरा मेरे बिना । अगर भीगने का इतना ही शौक है , तो देख मेरी आँखोँ मेँ ।
बारिश तो सब के लिए बरसती है , पर ये आँखेँ सिरफ तुम्हारे लिए बरसती हैँ
खुदा से गुजारिश है , कि मेरी रुह को दुबारा जिस्म न दे ।
बडी मुद्दत से काटी है , सजा -ए - जिदंगी ।
तुम न खुशफहमियोँ मेँ खो जाना । वो तो हसँ कर सब से ही मिलते हैँ ।
सब हदेँ तोड कर आज ,
हद कर दी , तेरी याद ने ।
Mohbbat me nahi hai shart, milne ya bichudne ki. . .
Ye en khudgarz bato se bht aage ki duniya hai. . .
Bs Ye Iltiza H Meri,
Bs Falak Tak chal Sath Mere. . .
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