जिन्दगी अगर किसी से मिलाती है और अगर आपको उसका दीवाना बनती है,
ये होता है, जब कोई किसी को खुद से बढ़ कर चाहता है।
उसकी पसंद, नापसंद, उसकी ख्वाइश में खुद को भूल जाता है।
अकेले में उसका नाम लिख लिख कर मुस्कुराता है, बात करने के पहले सोचता है, क्या कहना है ?
और बात करने के बाद फिर कुछ कहना रह जाता है।
... होता है इतना खुबसूरत प्यार,
पर जाने क्यों अक्सर अधूरा रह जाता है ????????????
No comments:
Post a Comment